पर्व काल
Shardiya Navratri 2022 : नवरात्र के पहले दिन करें माता शैलपुत्री की पूजा
Shardiya Navratri 2022
वरात्र के पहले दिन करें माता शैलपुत्री की पूजा
मां शैलपुत्री का स्वरूप
मां शैलपुत्री हिमालय की पुत्री हैं।
इनका जन्म शैल अर्थात पत्थर से हुआ था।
मां अपनी भक्तों की प्रार्थना सुनने बैल पर सवार होकर आती हैं।
मां एक हाथ में कमल का पुष्प व दूसरे में त्रिशूल धारण करती हैं।
करें इस मंत्र का जाप
वन्दे वाञ्छित लाभाय चन्द्र अर्धकृत शेखराम् ।
वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् ।।
या करें
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्यै नम मंत्र का 108 बार जाप।